Mukesh Ambani: भारत में जब भी किसी बिज़नेस टाइकून की बात होती है, Mukesh Ambani का नाम सबसे ऊपर आता है। लेकिन इस बार खबर उद्योग या बिज़नेस से नहीं, बल्कि एक गहरे भावनात्मक और सांस्कृतिक कदम से जुड़ी हुई है—Ambani ने अपने गुरु को ₹151 करोड़ की गुरु-दक्षिणा भेंट की है। यह न सिर्फ एक आंकड़ा है, बल्कि एक पूरी पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गया है।
सोचिए, आज के हाई-टेक, मुनाफा-केंद्रित युग में एक अरबपति, जो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक का मालिक है, अपने गुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए इतनी बड़ी राशि दान करता है। यह खबर इसलिए भी खास है क्योंकि यह सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि भारतीय शिक्षा और शोध व्यवस्था में निवेश है। यही वजह है कि Google Discover और समाचार पोर्टलों पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
Ambani ने यह राशि Institute of Chemical Technology (ICT), Mumbai को भेंट की है—जहां उन्होंने खुद Chemical Engineering की पढ़ाई की थी। यह योगदान उनके गुरु, प्रख्यात वैज्ञानिक Prof. M.M. Sharma के सम्मान में दिया गया है, जिन्हें Ambani ‘Rashtra Guru’ कहते हैं। यह अनुदान न केवल ICT को विश्व स्तरीय शिक्षा केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि भारतीय संस्कृति में ‘गुरु’ के स्थान को भी दोबारा उजागर करता है।
यह लेख इस ऐतिहासिक योगदान के हर पहलू को विस्तार से समझाएगा—Mukesh Ambani की शिक्षा यात्रा, Prof. M.M. Sharma का प्रभाव, यह राशि कहाँ और कैसे खर्च होगी, और इससे शिक्षा क्षेत्र में क्या बदलाव आ सकते हैं। साथ ही जानेंगे कि कैसे यह पहल बाकी कॉरपोरेट्स और नीति-निर्माताओं के लिए एक नई दिशा दिखा सकती है।
Mukesh Ambani और ICT का रिश्ता
Mukesh Ambani को आज भले ही दुनिया एक बिज़नेस मैग्नेट के तौर पर जानती हो, लेकिन उनका शैक्षणिक सफर एक बेहद साधारण छात्र की तरह शुरू हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा मुंबई के Hill Grange High School से की और फिर मुंबई के ही Institute of Chemical Technology (तब UDCT कहा जाता था) में Chemical Engineering में दाखिला लिया।
Ambani ने 1974 में ICT से Chemical Engineering की डिग्री ली थी। उस समय यह संस्थान देश का टॉप टेक्निकल कॉलेज था, और आज भी इसे विश्व के प्रतिष्ठित केमिकल टेक्नोलॉजी संस्थानों में गिना जाता है। IIT Bombay जैसे संस्थानों के होते हुए भी Ambani ने ICT को इसलिए चुना क्योंकि यहाँ की रिसर्च आधारित पढ़ाई, फैकल्टी की गंभीरता और इंडस्ट्री-कनेक्टेड पाठ्यक्रम उन्हें ज्यादा आकर्षक लगे।
यहाँ से उन्होंने न सिर्फ टेक्निकल ज्ञान अर्जित किया, बल्कि रिसर्च, इनोवेशन और समाज के लिए काम करने की सोच भी विकसित की। ICT ने उन्हें वह आधार दिया जिस पर उन्होंने रिलायंस जैसे साम्राज्य की नींव रखी।
Prof. M.M. Sharma: Mentor to Mukesh Ambani
Mukesh Ambani के अनुसार, Prof. M.M. Sharma सिर्फ उनके शिक्षक नहीं बल्कि उनके ‘Rashtra Guru’ हैं। Prof. Sharma भारतीय केमिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक जीवित किंवदंती हैं। Ambani ने उन्हें ‘The Divine Scientist’ कहा है और अपने जीवन के सबसे बड़े प्रेरणास्रोतों में से एक माना है।
Prof. Sharma ने भारत में Chemical Engineering को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। वे ICT के Director भी रहे हैं और उन्हें 1987 में Padma Bhushan से सम्मानित किया गया। उनके रिसर्च पेपर्स और इंडस्ट्री में योगदान की वजह से ICT एक ग्लोबल नाम बना।
₹151 करोड़ का योगदान
7 जून 2025 को Mukesh Ambani ने ICT के वार्षिक समारोहत्सव में हिस्सा लिया और वहाँ इस योगदान की घोषणा की। यह रकम ICT को एक Unconditional Endowment Grant के रूप में दी गई है—यानि इस पर कोई शर्त नहीं है कि इसे किस काम में इस्तेमाल किया जाए। यह संस्थान पर निर्भर होगा कि वह इसे शोध, छात्रवृत्तियों, या इंफ्रास्ट्रक्चर में खर्च करे।

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